नमस्कार दोस्तों।
दोस्तों आज मैं आपसे डिजिटल मार्केटिंग के स्कोप के बारे में बात करने जा रहा हूँ।आप में से बहुत से लोग डिजिटल मार्केटिंग स्किल को सीखना चाह रहे होंगे लेकिन इसके फ्यूचर के बारे में सोच कर बहुत confuse हो रहे होंगे कि ये कैसा कोर्स है, क्या इसमे करियर बनाया जा सकता है,कितना कमा सकते है और भी बहुत से सवाल।तो चलिए आज इसी टॉपिक पर चर्चा करते है।
दोस्तों हम आज से दस साल पीछे चलते है और देखते है उस समय मार्केटिंग का क्या हॉल था और कैसे मार्केटिंग की जाती थी।मुझे अच्छे से याद है मैं जब भी कही जाता था तो मुझे सड़क के किनारे बड़े बड़े होल्डिंग दिखते थे,मकान और सड़क के किनारे दीवारों पर पोस्टर छापे रहते थे ,कंपनी अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए सेल्समैन को घर घर भेजती थी।ये उस समय मार्केटिंग की आम स्ट्रैटजी थी।अगर बड़े लेवल पर बात करे तो टीवी एड और सेलेब्रेटी के कास्टिंग से प्रोडक्ट की मार्केटिंग को देखा है।क्या आज कल ये सब देखने को मिलता है।अगर है भी तो पहले की अपेक्षा बहुत कम है।
आज समय के हिसाब से सब कुछ बदल गया है यहाँ तक की मार्केटिंग करने की स्ट्रैटजी भी।अब लोग traditional मार्केटिंग से डिजिटल मार्केटिंग की ओर बढ़ रहे है।जो पहले की ट्राडिटीनाल मार्केटिंग से काफी सस्ता और इफेक्टिव है।अब लोग अपने बिज़नेस को online ला रहे है।
हम एक बार फिर दस साल पीछे जाये है और बात करते है,i INTERNET की।1995 में भारत में internet की सुरुवात हुयी और समय के साथ साथ इसके यूजर भी बढ़ते गये।अगर आज 2019 की बात करे तो भारत में लगभग 70% लोग Internet का यूज़ करते है चाहे किसी भी काम के लिए।अब हम ज्यादा से ज्यादा समय internet पर गुजर रहे है।
Internet,डिजिटल मार्केटिंग का backbone है और आज कल सभी internet का यूज़ कर रहे है।और मार्केटिंग का सीधा सा फंडा है जहाँ भीड़ हो वही मार्केटिंग होगी ।इसलिए अब business भी offline से online की ओर बढ़ रहे है क्योंकि business को भी पता है कि हमारे costumer कहा मिलेंगे।लेकिन business को अपने costumer तक पहुचने के लिए किसी माध्यम की जरूरत पड़ेगी और यही पर डिजिटल मार्केटर की जरूरत होगी।
जब business और costumer दोनों एक ही जगह है तो वह मार्केटिंग तो होगी ही और मार्केटिंग के लिए मार्केटर की भी जरूरत पड़ेगी।अब आप खुद सोच सकते है कि डिजिटल मार्केटर की कितनी जरूरत पड़ने वाली है।
डिजिटल मार्केटिंग स्किल आप को सिक्योर फ्यूचर देने वाली स्किल है अगर आप इस स्किल में पंडित बन जाते है तो आप अपने लिए एक नयी दुनिया बना लेंगे।लोगो को ये भी डाउट होता है कि इस स्किल को सीखने के बाद जॉब लगेगी की नही तो मैं आप को यही कहूंगा यदि आप की जइब नही भी लगती है तो आप खुद अच्छा खासा काम सकते है वो भी घर बैठे।
धन्यवाद
दोस्तों आज मैं आपसे डिजिटल मार्केटिंग के स्कोप के बारे में बात करने जा रहा हूँ।आप में से बहुत से लोग डिजिटल मार्केटिंग स्किल को सीखना चाह रहे होंगे लेकिन इसके फ्यूचर के बारे में सोच कर बहुत confuse हो रहे होंगे कि ये कैसा कोर्स है, क्या इसमे करियर बनाया जा सकता है,कितना कमा सकते है और भी बहुत से सवाल।तो चलिए आज इसी टॉपिक पर चर्चा करते है।
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| Digital Marketing |
दोस्तों हम आज से दस साल पीछे चलते है और देखते है उस समय मार्केटिंग का क्या हॉल था और कैसे मार्केटिंग की जाती थी।मुझे अच्छे से याद है मैं जब भी कही जाता था तो मुझे सड़क के किनारे बड़े बड़े होल्डिंग दिखते थे,मकान और सड़क के किनारे दीवारों पर पोस्टर छापे रहते थे ,कंपनी अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए सेल्समैन को घर घर भेजती थी।ये उस समय मार्केटिंग की आम स्ट्रैटजी थी।अगर बड़े लेवल पर बात करे तो टीवी एड और सेलेब्रेटी के कास्टिंग से प्रोडक्ट की मार्केटिंग को देखा है।क्या आज कल ये सब देखने को मिलता है।अगर है भी तो पहले की अपेक्षा बहुत कम है।
आज समय के हिसाब से सब कुछ बदल गया है यहाँ तक की मार्केटिंग करने की स्ट्रैटजी भी।अब लोग traditional मार्केटिंग से डिजिटल मार्केटिंग की ओर बढ़ रहे है।जो पहले की ट्राडिटीनाल मार्केटिंग से काफी सस्ता और इफेक्टिव है।अब लोग अपने बिज़नेस को online ला रहे है।
हम एक बार फिर दस साल पीछे जाये है और बात करते है,i INTERNET की।1995 में भारत में internet की सुरुवात हुयी और समय के साथ साथ इसके यूजर भी बढ़ते गये।अगर आज 2019 की बात करे तो भारत में लगभग 70% लोग Internet का यूज़ करते है चाहे किसी भी काम के लिए।अब हम ज्यादा से ज्यादा समय internet पर गुजर रहे है।
Internet,डिजिटल मार्केटिंग का backbone है और आज कल सभी internet का यूज़ कर रहे है।और मार्केटिंग का सीधा सा फंडा है जहाँ भीड़ हो वही मार्केटिंग होगी ।इसलिए अब business भी offline से online की ओर बढ़ रहे है क्योंकि business को भी पता है कि हमारे costumer कहा मिलेंगे।लेकिन business को अपने costumer तक पहुचने के लिए किसी माध्यम की जरूरत पड़ेगी और यही पर डिजिटल मार्केटर की जरूरत होगी।
जब business और costumer दोनों एक ही जगह है तो वह मार्केटिंग तो होगी ही और मार्केटिंग के लिए मार्केटर की भी जरूरत पड़ेगी।अब आप खुद सोच सकते है कि डिजिटल मार्केटर की कितनी जरूरत पड़ने वाली है।
डिजिटल मार्केटिंग स्किल आप को सिक्योर फ्यूचर देने वाली स्किल है अगर आप इस स्किल में पंडित बन जाते है तो आप अपने लिए एक नयी दुनिया बना लेंगे।लोगो को ये भी डाउट होता है कि इस स्किल को सीखने के बाद जॉब लगेगी की नही तो मैं आप को यही कहूंगा यदि आप की जइब नही भी लगती है तो आप खुद अच्छा खासा काम सकते है वो भी घर बैठे।
निष्कर्ष:-
यदि आप डिजिटल मार्केटिंग सीखना चाहते है तो बेहिचक सीखिये और इसे सिर्फ पैसे कमाने तक नही बल्कि एक passion के तौर पर सीखिये, ये एक फ्यूचर मार्किट है जो कभी खत्म नही हीने वाली है क्योंकिब्जब तक internet रहेगा डिजिट मार्केटिंग रहेगी और जब तक डिजिटल मार्केटिंग रहेगी तो डिजिटल मार्केटर की जरूरत पड़ती रहेगा।धन्यवाद

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